शाजापुर - *ग्राम पंचायत लसूडिया जगमाल के सरपंच कुमेर सिंह व सचिव बद्रीलाल गुर्जर निर्माण कार्यों की राशि फर्जी तरीके से निकाल ली गयि**शाजापुर जिला के अधिकारी नींद में अभी भी सो रहे हैं किसी प्रकार से कलेक्टर ध्यान नहीं दे रहे हैं*
शाजापुर। शाजापुर जिले के जनपद पंचायत मोहन बड़ोदिया की ग्राम पंचायत लसूडिया जगमाल के सरपंच कुमेर सिंह व सचिव बद्रीलाल गुर्जर पर ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। ग्रामीणों की शिकायत है कि मध्यप्रदेश शासन बच्चों पर स्कूल के नाम पर खर्चा कर रही है लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा स्कूल की राशि स्वीकृत होने पर किसी प्रकार से स्कूल में कार्य नहीं किया जाता और उनकी राशि फर्जी तरीके से निकाली जाती है ग्राम पंचायत लसूडिया जगमाल के सरपंच वह सचिव द्वारा विगत 15 वर्षों से कई भ्रष्टाचार किए गए हैं पूर्व वर्ष में निर्माण कार्य आज दिनांक तक निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए और निर्माण कार्य की राशि बिना कार्य निकाली गई इनमें सबसे मुख्य कार्य ग्रामीण हाट बाजार पिपल्या नौलाय है जिसकी कुल लागत ₹140000 लाख रुपए है। जो कि वर्ष 2013-14 में स्वीकृत हुई थी आज दिनांक तक काम पूरा नहीं हुआ अधूरा पड़ा है। एक मिडिल स्कूल निर्माण कार्य ग्राम पिपलिया नोलाय है जो कि वर्ष 2010 और 11 में स्वीकृत हुआ था जिसकी लागत लगभग ₹1000000 दस लाख रुपए है 10 वर्ष के पश्चात भी काम अधूरा पड़ा है जबकि भवन की कमी के कारण इस स्कूल के बच्चे को बाहर बैठकर पढ़ाई करना पड़ रही है इस भवन की राशि स्वीकृत 2012 व 13 में हुई थी। लेकिन आज तक किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया गया सरपंच व सचिव द्वारा लसूडिया जगमाल के जोड़ पर वर्ष 2013-14 में माननीय विधायक द्वारा ग्रामीणों के लिए यात्री प्रतिक्षालय जिसकी राशि ₹2 50000 स्वीकृत हुई थी जिसको हमारे सरपंच और सचिव द्वारा राशि का गमन कर लिया गया। एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण ग्राम इंद्रानगर में वर्ष 2010 में स्वीकृत हुआ था जिसकी लागत राशि 3 लाख रुपए थी , वहा एक ईंट तक नही लगाई गई शिक्षा विभाग और उसी विभाग के इंजीनियर से इनका बहुत पुराना नाता है शिकायतकर्ता द्वारा यह बताया गया है कि शिकायत और अन्य कारणों से वर्ष 2020 में ग्राम पंचायत लसूडिया जगमाल के सचिव को निलंबित भी कर दिया गया था परंतु विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से उन्हें वापस पंचायत भेज दिया गया अगर इसी प्रकार पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा भ्रष्ट वाड़ा किया गया है और राशि का गमन होता रहा है तो सरकार ऐसे लोगों पर क्यों कार्रवाई नहीं करती है।पंचायत के सचिव और सरपंच इसी प्रकार शासन को को चुना लगाते रहेंगे और अपनी जेब भरते रहेंगे क्या शासन इन पर ध्यान नहीं देगी क्या ग्रामीणों का किस प्रकार विकास करेगी सचिव बद्री लाल गुर्जर पूर्व से ही भ्रष्टाचारी से लिपि थे जिस पर कई प्रकार की वसूली एवं एफ आई आर दर्ज है यह ग्राम पंचायत का किसी प्रकार से कोई कार्य नहीं करते हैं और ग्रामीणों से अशब्द भाषा का प्रयोग किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर माननीय कलेक्टर द्वारा इन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम संभागायुक्त को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग करेंगे फिर भी नहीं करी तो हम माननीय मुख्यमंत्री के निवास का घेराव करेंगे। ग्रामीण बहुत परेशान है और ग्रामीणों का सुनने वाला कोई नहीं ।शिकायतकर्ता समस्त ग्रामीण जन धीरज सिंह, राम सिंह ,अंतर सिंह ,किरपल सिंह और ग्रामीण जन द्वारा यह आवेदन दिया गया था माननीय कलेक्टर महोदय को लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कलेक्टर द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।