वारासिवनी - बीए-बीएससी प्रथम वर्ष के लगभग 400 परीक्षार्थियों को दिखाया प्रोप्रमोटेड आक्रोशित परीक्षार्थियों ने प्राचार्य को ज्ञापन सौंप परीक्षाफल में सुधार की मॉग की ----
वारासिवनी। छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा बी ए प्रथम वर्ष एवं बीएससी प्रथम वर्ष का परीक्षाफल घोषित करते ही विद्यार्थियों में आक्रोश की लहर फैल गई हैं। स्थानीय शासकीय शंकरसाव पटेल महाविद्यालय में अध्ययनरत इन दोनों कक्षाओं की परीक्षा देने वाले लगभग 450 परीक्षार्थियों में से लगभग 400 परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम में प्रोप्रमोटेड दिखाया गया हैं, जिससे विद्यार्थियों में बेहद आक्रोश व्याप्त हैं।
परीक्षाफल से अंसतुष्ट विद्यार्थियों ने प्रभारी प्राचार्य एस डी तिरपुड़े को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर परीक्षाफल में सुधार करवाने की मॉग की हैं। उनका कहना हैं कि परीक्षा परिणाम में उन्हें प्रोप्रमोटेड दिखाया गया हैं, जो सही नहीं हैं। जबकि हमारे द्वारा सीसीई की परीक्षा भी दी गई थी।
सीसीई में उपस्थिति के बाद नम्बर नहीं देने का आरोप
इस संबंध में छात्रा सुहासिनी मेश्राम ने बताया कि हमारे परीक्षाफल में जो प्राब्लम आई हैं। वह सीसीई के नम्बर नहीं देने के कारण आई हैं। उसमें सुधार किया जाए। छात्रा रीना लिल्हारे ने बताया कि 450 बच्चे में से 400 बच्चों के परीक्षाफल में प्रोप्रमोटेड दिखाया जा रहा हैं और सीसीई के नम्बर नहीं दिए गए हैं। इसीलिए प्राचार्य सर हमारी समस्या को विश्वविद्यालय तक पहुॅचा कर परीक्षाफल में सुधार करवाए।
अंकसूची में दिखाया जा रहा प्रोप्रमोटेड
सुमित मेश्राम ने बताया कि हमारी अंकसूची में जो प्रोप्रमोटड दिखा रहा हैं, उसमें सुधार करवाए और सीसीई के अंक भी जोड़े जाए, जो नहीं जोड़े गए हैं।
जॉच कर विश्वविद्यालय से परीक्षाफल सुधारने का करेगे अनुरोध-एस डी तिरपुड़े
इनका कहना हैं:-
बी ए व बीएससी प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हैं। जिनका परीक्षा परिणाम आया हुआ हैं। जो बच्चे सीसीई में उपस्थित थे, लेकिन अंकसूची में अंक जोड़े नहीं गए हैं। उन्होंने नेट पर डाली गई अंकसूची के साथ अलग-अलग आवेदन दिया गया हैं। जो बच्चे सीसीई में अनुपस्थित हुए हैं, यदि उन्होंने समय सीमा में सीसीई अपने शिक्षक के पास जमा कर दी हैं। तो उसे हम देखेगे और उसके बाद विश्वविद्यालय से निवेदन करेगे कि इन बच्चों का परीक्षाफल सुधार कर जल्द से जल्द भिजवाए। वहीं हम भी महाविद्यालय में इस बात की जॉच करवा रहे हैं कि विद्यार्थियों ने सीसीई की परीक्षा दी थी या नहीं? उसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी।
एस डी तिरपुड़े प्रभारी प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय वारासिवनी।
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