।बेतुल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने कहा कि किसान कल्याण तथा कृषि विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों से कृषकों को हुए लाभ एवं कृषि पद्धति में आए बदलाव का अध्ययन किया जाए। जिले में आयोजित किए गए प्लांट क्लिनिकों से हुए लाभ की भी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। विगत वर्ष एवं इस वर्ष कृषि आदान के उपयोग में आए बदलाव का भी विश्लेषण किया जाए। उन्होंने कृषि विभाग के उपसंचालक को निर्देश दिए गए कि खाद, बीज, उर्वरक के अमानक पाए गए लॉट्स पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। श्री बैंस गुरूवार  आयोजित कृषि एवं संबंधित विभागीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा दिए गए किसानों को दिए गए प्रदर्शन कार्यक्रम एवं उन्नत कृषि अध्ययन के लिए जिले से बाहर भेजे गए कृषकों की वन टू वन स्टडी की जाए एवं उनको मिले फायदों से अन्य कृषकों को भी जागरूक किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक विकासखंड से 10-10 बगैर प्रदर्शन योजना वाले कृषकों एवं प्रदर्शन योजना का लाभ लेने वाले कृषकों को सूचीबद्ध कर प्रदर्शन योजना का लाभ लेने वाले कृषकों की कृषि पद्धति में आए बदलाव का भी अध्ययन किया जाए। उन्होंने कहा कि विगत दिनों में बीज, उर्वरक, मिट़्टी एवं कीटनाशकों के लिए गए नमूने एवं उनकी कराई गई जांच के संबंध में उपसंचालक कृषि जानकारी प्रस्तुत करें। अमानक पाए गए लॉट्स पर हुई कार्रवाई की जानकारी भी विस्तार से प्रस्तुत की जाए।
 बैठक में खरीफ फसल की तैयारियों की जानकारी देते हुए  कृषि उपसंचालक ने बताया कि सीजन में 26 हजार 438 क्विंटल बीज का वितरण किसानों को किया जा चुका है 14 हजार 216 क्विंटल बीज भंडारण में शेष है। इसी तरह 55 हजार 555 मीट्रिक टन उर्वरक का किसानों को वितरण किया जा चुका है, 21 हजार 104 मीट्रिक टन उर्वरक शेष है। प्लांट क्लिीनिकों की जानकारी देते हुए उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिले में आयोजित प्लांट क्लिीनिकों के माध्यम से 8 हजार 379 कृषकों को समसामयिक कृषि की सलाह दी गई।