छतरपुर रुद्रांश दर्पण:

 छतरपुर में 17 किलोमीटर साइकिल चला कर पीड़ित एसपी ऑफिस अपनी फरियाद लेकर पहुंचा, जहां उसका आरोप है कि थाने में सुनवाई नहीं हुई तो वह सीधा एसपी ऑफिस आ गया।

पूछने पर उसने बताया कि वह बेहद गरीब है उसके पास किराए के पैसे नहीं थे जिसके चलते वह साईकिल चलाकर एसपी ऑफिस पहुंचा है। अब यहां एसपी ऑफिस में छुट्टी होने के चलते उसे अधिकारी नहीं मिले। जिसके चलते अब वह फिर 17 किलोमीटर साईकिल चलाकर अपने घर वापस जा रहा है और सोमवार फिर साईकिल चलाकर SP ऑफिस आएगा।

थाने में नहीं होती सुनवाई

पीड़ित मुन्नालाल यादव का आरोप है कि वह ईशानगर थाना क्षेत्र की गहरवार पंचायत के सिमरिया का रहने वाला है। वह अकेला है उसका कोई नहीं है। वह गांव की रोड पर छोटी से किराने की गुमटी खोलकर अपना गुजर बसर करता है। जिसे उसके गांव के ही शंकर यादव, उसकी पत्नी कस्तूरी यादव, उसके बेटे जगभान यादव, और उसकी बहू ने मिलकर लाठी-डंडों से मारपीट की है। पीड़ित मुन्नालाल का आरोप है कि वह थाने जाता है तो उसकी सुनवाई नहीं होती। जिसके चलते वह सीधा SP ऑफिस आया है।

यह है मारपीट की वजह

पीड़ित मुन्नालाल यादव का कहना है कि शंकर और जगभान की भैंसे उसके दरवाजे से होकर निकलतीं्र हैं और रोजाना उसके दरवाजे पर ही आकर गोबर करती हैं जिससे बारिश में भारी गंदगी फैलती है। जिसके लिए मैं कई बार उनसे मना किया और आज फिर जब हमने उनसे फिर मना किया तो उन्होंने मिलकर मेरी मारपीट कर दी। शंकर के बेटे ने उसके सीने पर 315 का कट्टा अड़ाकर जान से मारने की धमकी दे दी। जिससे वह डर के मारे सीधा SP ऑफिस आया है। 17 km का सफर 1 घंटे में तय
पीड़ित मुन्ना लाल यादव बताता है कि वह 17 किलोमीटर का सफर तय करके छतरपुर पहुंचा है। जहां अब अधिकारियों के ना मिल पाने के कारण वह 17 किलोमीटर फिर साईकिल चलाकर वापस अपने गांव जा रहा है। जहां अब वह फिर सुबह 17 किलोमीटर साईकिल चलाकर शिकायत करने छतरपुर आएगा और एसपी से शिकायत करेगा और फिर शिकायत के बाद वापस 17 किलोमीटर साइकिल चलाकर वापस अपने गांव पहुंचेगा।