खंडवा रुद्रांश दर्पण: 

जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक सहित जिले सभी सरकारी अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस कारण मरीजों को इलाज में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल के वार्ड, ऑपरेशन थिएटर से लेकर लेबर रूम हो या सामुदायिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की पूरी व्यवस्था नर्सिंग ऑफिसर के ही जिम्मे रहती है। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में नर्सेस ने इकट्‌ठा होकर जिला अस्पताल परिसर में धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी की। जिला अस्पताल में 275 से अधिक नर्सिंग स्टाफ कार्यरत हैं। नर्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया ग्रेड-पे, नाइट अलाउंस, स्टूडेंट स्टाइपेंड जैसी मांगें बरसों से लंबित हैं। बार-बार आंदोलन के बाद भी जिम्मेदार सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जबकि कोरोना संक्रमण के दौरान जब लोग डर के कारण बाहर नहीं निकल रहे थे तब नर्सिंग स्टाफ अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा में जुटा हुआ था। हमारी सभी मांगे जायज हैं।

इधर, हड़ताल से प्रभावित होने वाली इलाज की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए सीएमएचओ, सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेज डीन ने कार्ययोजना बनाई है। इसके तहत संविदा, प्रोबेशनर और कॉलेज के नर्सिंग स्टूडेंट की वार्ड, ओटी और लेबर रूम में ड्यूटी लगाई गई है।