छतरपुर - सरपंच द्वारा शुरू की गई निःशुल्क कोचिंग सेंटर में आ रहे ढाई सौ बच्चें, गरीब व अनाथ बच्चों को मिला सहारा----
गौरिहार में यह पहला अवसर है जब किसी सरपंच ने निःशुल्क कोचिंग सेंटर की शुरुआत कर छात्रों के जीवन को संवारने का काम किया जा रहा है। यहीं नही इस नेक कार्य में रिटायर्ड शिक्षक व युवा बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है। बच्चों की अधिक संख्या होने से पंचायत भवन के नीचे के दो कमरे सहित ऊपर का एक कमरा खचाखच भर जाता है, जगह के अभाव में पीछे लगे कन्या माध्यमिक शाला के कमरों में व्यवस्था करने की योजना बनाई गई है।
पहला अवसर नई पहल
सरपंच भूपेंद्र यादव ने बताया कि कि ग्राम के लिये यह पहला अवसर और नई पहल भी है। जब गरीब और असहाय बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की ओर कदम बढ़ाये गये हैं। प्रयास यही रहेगा कि जिस उद्देश्य को लेकर यह शुरुआत हुई है उसको निरंतर संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोचिंग के साथ ही आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों के लिये बुक आदि का खर्चा भी निजी तौर पर उठाया जायेगा।
युवा भी बच्चों को दे रहे निःशुल्क शिक्षा
सरपंच ने बताया कि ग्राम के कुछ युवा इन बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने के लिये आगे आये हैं जरूरत पड़ी तो और भी युवाओं को इस कार्य हेतु प्रेरित किया जायेगा। वर्तमान में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को कोचिंग दी जा रही है। चूंकि 8वीं और 5वीं बोर्ड है इसलिये इन बच्चों को अलग बिठाने की व्यवस्था पर कार्य चल रहा है ताकि वो आसानी से पढ़ाई कर सके। बच्चों को पढ़ाने के लिये कुछ रिटायर्ड शिक्षक भी अपना समय दे रहे हैं जिनके अनुभव से बच्चें पढ़ाई के साथ जीवन शैली भी सीख सकेगें। पिता को खो चुके ज्ञान कुशवाहा व अंश घोष मन लगाकर पढ़ाई कर रहें है इनका कहना है कि हमें कोचिंग में पढ़ने में अच्छा लग रहा है।