वारासिवनी - गाँव की गलियों में बिक रही शराब को बंद करवाने समूह की महिलाओं ने थाने में दिया ज्ञापन जल्द बंद हो गलियों में बिक रही जगह-जगह शराब
वारासिवनी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई केबिनेट बैठक में नई शराब नीति को मंजूरी दी गई है। नई नीति में शिवराज सरकार ने प्रदेश के सभी अहाते और बार दुकान को बंद करने का फैसला लिया है। यह आदेश आगामी एक अप्रैल से लागू हो जायेगा। मगर उसके पहले ही अब ग्रामीण क्षेत्रों में शराब बंदी के खिलाफ महिलाओं ने अपना मोर्चा खोल दिया है और गाँव की गलियों व घरों में बिक रही शराब को बंद करवाने के लिए सोमवार को ग्राम कासपुर व मेंहदीवाड़ा समूह की महिलाओं ने वारासिवनी पहुुॅच कर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस व थाना प्रभारी वारासिवनी को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम मेंहदीवाडा के गोंडीटोला निवासी अशोक मंडावी, रामप्रसाद परते, नरेंद्र मेश्राम, सोहन उइके, बराती मेश्राम, नन्दलाल पांजरे सहित कुछ लोग शराब का व्यवसाय कर रहे हैं। जिससे शराब पीने वालों का इस मार्ग पर आतंक मचा रहता है।
छोटे-छोटे बच्चों पर पड़ रहा गलत प्रभाव-कृष्णा हनवत
ग्राम कासपुर के जनपद सदस्य कृष्णा हनवत ने बताया कि ग्राम में कुछ लोगों द्वारा कच्ची शराब सहित पक्की शराब बड़ी मात्रा में बेची जा रही है। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही है। जिसका प्रभाव गाँव में निवासरत छोटे-छोटे बच्चों पर पड़ रहा है। जल्द ही हमारे गाँव में बेची जा रही शराब को बंद किया जाये, अन्यथा समूहों की महिलाओं द्वारा आंदोलन किया जायेगा।
रास्ते से गुजरने पर शराबी करते है अपशब्दों का प्रयोग - नीलम कावरे
जागृति महिला मंडल समूह की अध्यक्ष नीलम कावरे ने बताया कि गाँव में जिन घरों में शराब बिक रही है। उन घरों के सामने से गुजरने पर शराबी अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। स्कूलों के सामने घरों में शराब बिक रही हैं। जिसके कारण बच्चों में इसका असर देखने को मिल सकता है। पुलिस प्रशासन जल्द ही इन शराबियों पर कार्यवाही करे।
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