वारासिवनी।

गुमनाम नायकों को पाठ्यक्रम से जोड़ा जाए-डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव
स्थानीय शासकीय एस0एस0पी0 महाविद्यालय में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘‘स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों का योगदान’’ विषय पर महाविद्यालय में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार किया गया। 
यह रहे अतिथिगण
      इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती पुस्तकला धुर्वे, विशिष्ट अतिथि प्रफुल्ल बिसेन, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति, मुख्य वक्ता हेमलाल धुर्वे, आनंद बिसेन विधायक प्रतिनिधि, महाविद्यालयीन जनभागीदारी समिति सदस्य अभिषेक अग्रवाल, कु0 मनीषा जायसवाल, सुमनलाल उईके, संजय चौधरी, कार्यक्रम जिला संयोजक डॉ0 घनश्याम परते अतिरिक्त उपसंचालक म.प्र. पशु चिकित्सा सेवायें, महाविद्यालयीन संयोजक प्रो0 एस0 डी0 तिरपुड़े, महाविद्यालयीन सह-संयोजक डॉ0 मिथिलेश्वरी घोरमारे एवं प्राचार्य डॉ0 प्रवीण श्रीवास्तव जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। 
जनजातीय नायकों के योगदान पर डाला प्रकाश
        प्रथम वक्ता में श्रीमती पुष्पकला धुर्वे ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले जनजातीय नायकों को श्रद्धांजलि दी तथा सिद्धो-कान्हों मुर्मू एवं रानी झलकारी बाई के योगदान पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता श्री धुर्वे द्वारा बिरसा मुण्डा की जीवनी एवं उन पर हुये अत्याचार पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। 
नायकों के इतिहास को जन-जन तक पहुॅचाया जाए
      इसी कड़ी में डॉ0 सरिता कोल्हेकर प्राध्यापक ने समाज में क्रांति का कारण विषय पर अपने विचार रखे। महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति अध्यक्ष प्रफुल्ल बिसेन ने भी ‘‘स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों का योगदान’’ पर होने वाले कार्यक्रमों पर जोर दिया। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ0 घनश्याम परते ने भी अपने ओजस्वी उद्बोधन में सविस्तार राष्ट्रीय जनजातीय आयोग की शक्तियों एवं जनजातीय गुमनाम नायकों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए जनजातीय नायकों के इतिहास को कैसे जन-जन तक पहुंचाया जाये, इसके बारे में अवगत कराया। 
गुमनाम नायकों को पाठ्यक्रम से जोड़ा जाए
      कार्यक्रम अध्यक्ष एवं प्राचार्य डॉ0 प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये बताया कि गुमनाम नायकों को किस प्रकार से पाठ्यक्रम से जोड़ा जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों को पूर्ण उल्लास के साथ आयोजित किया जायेगा।  
     कार्यक्रम के अंत में प्रो0 एस0डी0 तिरपुड़े ने उपस्थित सभी अतिथियों, छात्र-छात्राओं, गणमान्य नागरिकों, कार्यक्रम समिति एवं समस्त महाविद्यालय परिवार का आभार व्यक्त किया। प्रो0 पूर्णिमा कुमरे द्वारा मंच का सफल संचालन किया गया।
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