समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक हुई सपन्न
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नवागत कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को पहली समायावधि पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के प्रारंभ में ही कलेक्टर श्री वर्मा ने सभी अधिकारियों से कहा कि सरकारी कार्यालयों का निर्धारित समय सुबह 10 बजे का मतबल 10 बजे ही है। लेकिन देखा यह जाता है कि कोई अधिकारी कर्मचारी समय पर कार्यलय में जाते नहीं है। सभी अपनी मर्जी से 10ः30 बजे या 11 बजे के करीब कार्यालय आते हैं। लेकिन अब इन कार्योंलयों की कलेक्टर स्वयं भी जांच करेंगे व अन्य अधिकारियों को भी जांच करने के निर्देश दिए है। अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी समय पर नहीं पहुंचते है तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर श्री वर्मा ने सभी अधिकारियों से कहा कि आप स्वयं भी समय का पालन करेंगे तथा अपने मुख्यालय और मुख्यालय के बाहर भी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों तक मैसेज पंहुचाएं ताकि वे समय पर कार्यालय पहुंचे। चाहे वह स्कूल हो या अन्य व्यवस्थाएं हो, शासकीय कार्यालय हो सभी जगह 10 बजे का टाईम निश्चित किया जाएं। अगर कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारी समय पर मौजूद नहीं रहते हैं तो उसकी जिम्मेदारी स्वयं जिला अधिकारी की होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा, अपर कलेक्टर श्री जेएस बघेल, श्री केके मालवीय, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शिराली जैन, सीएमओ श्रीमती प्रियंका पटेल, सभी एसडीएम सहित जिला अधिकारी सभागृह में और जनपद स्तरीय अमला गुगल मीट से जुड़े रहे।

तहसीलदारों को सीएम हेल्पलाइन में 85 प्रतिशत का टारगेट

बैठक के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन की गहन समीक्षा की। सीएम हेल्पलाइन के निराकरण करने मेें जो भी विभाग पीछे हैं उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। साथ ही राजस्व विभाग में की गई सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों से मुझे अवगत कराये कि किस लेवल की शिकायतें है। अगर किसी विभाग की ज्यादा शिकायते आ रही है तो वो विभाग ठीक से काम नहीं करता होगा। उन्होंने सारे तहसीलदारों से अगली टीएल बैठक में 85 प्रतिशत का टारगेट करें और प्रतिदिन सीएम हेल्पलाइन रिपोर्ट मुझे प्रस्तुत करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि शिकायत सही हो तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी होगी। जिन शिकायतों पर कार्यवाही की गई है उसकी अलग से जानकारी चाही गई और अगर गलत पायी जाती है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर श्री वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन पर लंबित रही शिकायतों के संबंध में जनजातीय कार्य विभाग, पिछड़ा वर्ग, वन विभाग, तकनीकी कौशल सहित अन्य विभागों से संबंधित किस लेवल की शिकायत दर्ज हुई उनकी जानकारी ली।

स्कूल, छात्रवास, पंचायत व आंगनवाड़ियों का भी निरीक्षण करें

बैठक के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजनाओं को समय सीमा में पूर्ण कराएं। साथ ही विकास यात्रा के सभी नोडल अधिकारी व संबंधित अधिकारियों को गांव में स्कूल, छात्रवास, पंचायत व आंगनवाड़ियों को चेक करने के निर्देश दिए है। ताकि यहां कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रहने, खाने, रंग रोगन, लेट बॉथ दरवाजे, साफ-सफाई, सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरस्त कर उन्हें बेहतर करने के प्रयास किए जाएं। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि कोई विकास यात्रा के दौरान गांव का कोई व्यक्ति अच्छा कार्य कर गांव की विकास में अपना योगदान देता है तो उसे भी विकास यात्रा के दौरान सम्मानित किया जाए। इनमें ऐसे विद्यार्थी जिसने पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त किए है कोई बुजुर्ग है जो 80 या 90 वर्ष की आयु में फीट है। वहीं ऐसे शिक्षक जिन्होंने स्कूल की शिक्षा में बेहतर कार्य किए हैं तो उन्हें भी विकास यात्रा के दौरान सम्मानित कर सकते हैं। विकास यात्रा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को विकास दूत के पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।

सभी एसडीएम को महीने में एक दो कार्यवाही करने के निर्देश

बैठक में कलेक्टर श्री वर्मा ने सभी एसडीएम को अवैध रूप से सरकारी भूमि अतिक्रमण करने वाले माफियों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी एसडीएम को महीने में अवैध रूप से सरकारी भूमि पर कब्जा किए है तो उस भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कर महीने में 2 प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। विकास यात्राओं में ग्राम सभाओं में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की नल जल योजनाओं की भी समीक्षा कर ग्राम पंचायतों को हेण्ड ओवर करने की कार्यवाही करेंगे। वहीं कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि राशन कालाबाजारी में अब तक कितनी एफआईआर दर्ज हुई है उसकी जानकारी भी ली। वहीं सभी विभाग उनके विभागीय कार्यों की सूची बनाकर किस योजना में उत्कृष्ठ कार्य किया गया है एवं किन कार्यों को पूर्ण करने में कठिनाईयां आ रही है तो उसका विस्तृत विवरण आगामी बैठक में प्रस्तुत करेंगे। बैठक के दौरान कलेक्टर श्री वर्मा ने मुख्यमत्री कन्या विवाह के संबंध में भी गहन समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि कन्या विवाह के लिए आए आवेदनों का एक-एक कर रेंडमली चेक किया जाए। ताकि कोई अपात्र व्यक्ति योजना का लाभ लेकर उसका मीस यूज न करें।