उमरिया- विधायक बांधवगढ़ की अध्यक्षता राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम संपन्न
उमरिया- राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन हेतु सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक शिवनाराण सिंह, कलेक्टर डा. कृष्णदेव त्रिपाठी की अध्यक्षता मे संपन्न हुआ। इस अवसर पर एसडीएम सिद्धार्थ पटेल, मुख्य चिकित्सा स्वाथ्य अधिकारी डा. आर के मेहरा, जिला शिक्षा अधिकारी उमेश कुमार धुर्वे, धनुषधारी सिंह, शंभूलाल खट्टर, राकेश शर्मा, नीरज चंदानी, कैलाश द्विवेदी, ज्ञानेन्द्र सिंह, महाविद्यालय प्राचार्य सी.बी.सोंधिया, आदर्श महाविद्यालय प्राचार्य एम.एन.स्वामी, जिला मलेरिया अधिकारी डा. व्ही. एस चंदेल, डा.एल.एन.रूहेला, जिला मलेरिया सलाहकार रवि साहू ,जनप्रतिनिधि एवं मीडिया के पत्रकार, महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें स्टाफ एवं जिला मलेरिया कार्यालय के स्टाफ उपस्थित रहंे।
विधायक शिवनारायण सिंह ने कहा कि फायलेरिया रोग मच्छर के कांटने से होता है। यह एक भयंकर बीमारी है। जिसके बचाव के लिये हम सभी को एलवेण्डाजोल की गोली का सेवन करना जरूरी है। इसके सेवन से किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नही होता है। और साथ ही हम सब को दूसरो को भी प्रेरित करना है । विधायक ने छात्र छात्राओ से कहा कि इस दवा का सेवन कर सैल्फी लेकर सोशल मीडिया पर भी इसका प्रचार प्रचार करे, जिससे दूसरे लोग भी दवा का सेवन कर सके।
कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी ने कहा कि जिले में 747823 व्यक्तियों को दवा सेवन करानें का लक्ष्य रखा गया है , जिसके लिए 2991 कर्मचारी तैनात किए गए है। जिले में 100 एमजी डीईसी की 1953578 गोलिया एवं एलवेण्डाजोल की 786000 गोलियां स्टॉक में है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 10 से 11 फरवरी को बूथ दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया जाएगा, जिसके तहत स्कूल, महाविद्यालय, छात्रावासों में डीईसी एवं एलवेण्डाजोल की गोली खिलाई जाएगी। 13 से 17 फरवरी तक घर- घर जाकर दवाई खिलाई जाएगी। 20 से 22 फरवरी तक छूटे हुए लोगों को दवा का सेवन कराया जाएगा। अभियान के संचालन में षिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, वन विभाग, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों , कर्मचारियों का सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही कचरा संग्रहित करने वाले कचरा वाहनों से राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन हेतु सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया जाएगा। फाइलेरिया कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशाध्ए.एन.एम.ध्एम.पी.डब्ल्यू.ध्आंगनबाडीध्सहायिकाध्स्वयं सेवक द्वारा घर-घर जाकर अपने समक्ष दवा का सेवन कराया जायेगा, कार्यक्रम को शंभूलाल खट्टर, राकेश शर्मा ने भी संबोधन किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के मेहरा ने बताया कि लिम्फेटिक फायलेरियसिस मादा क्यूलेक्स मच्छर के द्वारा फैलने वाली बीमारी है। सामान्य भाषा में इसे हाथी पांव या फाइलेरिया कहते है। इसका कोई कारगर उपचार नहीं है, इस बीमारी से बचने के लिये केवल डी.ई.सी. एवं एल्वेडोजोल गोली की एक खुराक सेवन प्रतिवर्ष के मान से कम से कम 5 वर्ष तक सेवन करना आवश्यक होता है।
डा0 व्ही एस चंदेल ने बताया कि 2 से 5 वर्ष के बच्चों को 100 एमजी की एक गोली डीईसी, 400 एमजी की एक गोली एलवेण्डा जोल, 6 से 14 वर्ष के बच्चों को 200 एमजी की दो गोली डीईसी एवं 400 एमजी की एक गोली एलवेण्डाजोल तथा 15 वर्ष उपर के बच्चों को तीन गोली 300 एमजी की डीईसी गोली तथा 400 एमजी की एक गोली एलवेण्डाजोल की खिलाई जाएगी। दवा का सेवन समक्ष में कराया जाएगा । एलवेण्डाजोल की गोली तीनों गु्रपों के लिए चबाकर, चूसकर खानी होगी, एवं जिन व्यक्तियों को गोलियां खिलाई जाएगी, उनके हांथों की उंगलियों में मार्किग की जाएगी। हाथी पांव से बचने के लिए डीईसी , एलवेण्डाजोल की एक खुराक खिलाई जाएगी। दवा का सेवन खाली पेट नही करना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों , गर्भवती माताओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियो को दवा नही खिलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि दवाई खानें के बाद विपरीत प्रभाव पड़ सकते है जो स्वतः ही ठीक हो जायेगे। जिन व्यक्तियो के शरीर मे फाईलेरिया कृमि होगे उनमें दवाई खाने के बाद विपरीत प्रभाव दिखाई पड़ सकते है। ऐसी स्थिति में निकट के स्वास्थ्य केंद्र अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर निःशुल्कइलाज करा सकते है।