वारासिवनी -महिला समूह को जैविक व प्राकृतिक उत्पादों के साथ किचन गार्डनिंग दिया गया प्रशिक्षण कृषि महाविद्यालय वारासिवनी मुरझड़ फॉर्म में हुआ आयोजन
कृषि महाविद्या लय वारासिवनी के परिसर में सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा योजना के कैफेटेरिया बी 5 ए समूह दक्षता
प्रशिक्षण पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आत्मा परियोजना के पंजीकृत समूह के कृषि व किचन गार्डनिंग के गतिविधियों से संबंधित तकनीकी मार्गदर्शन दिया गया। आत्मा परियोजना के विकासखंड
तकनीकी प्रबंधक वर्षा मेश्राम के तत्वावधान में यह प्रशिक्षण आयोजित किया गयां।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ एन के बिसेन द्वारा जैविक एवं
प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता पर महिलाओं से विस्तृत चर्चा की गई। डॉ एस
के राय सहायक प्राध्यापक द्वारा प्रचार प्रसार संबंधित विभिन्न उत्पादों का विपणन, मूल्य आधारित फसलों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। डॉ एस
सरवड़े सहायक प्राध्यापक ने कृषि वानिकी के द्वारा फसलों के साथ-साथ विभिन्न चारा एवं वृक्षों के बारे में जानकारी के साथ दो वृक्षों के बीच में फसलों को गाकर भूमिका सुनिश्चित उपयोग व आर्थिक लाभ के बारे में बताया।
डॉ पूजा गोस्वामी सहायक प्राध्यापक ने खरीफ, रबी, जायद फसलों एवं नई किस्मों के बीज व कम पानी चाहने वाली फसलों पर चर्चा की। मृदा विज्ञान से डॉ ऋषिकेश ठाकुर सहायक प्राध्यापक द्वारा खेत की मिट्टी नमूना व मृदापत्रक से संबंधित जानकारी दी गई। डॉ अतुल श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक ने जैविक खेती के मुख्य अवयव का अवलोकन करवाया। जैसे केंचुआ
खाद उत्पादन इकाई, एजोला उत्पादन इकाई, वर्मी वाशउत्पादन इकाई, प्राकृतिक खेती के विभिन्न उत्पादों का जीवामृत, बीजामृत, अग्नियास्त्र, ब्रह्मास्त्र, नीमास्त्र, जवाहर मॉडल का भी निरीक्षण करवाया गया।
कृषि महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों का मार्गदर्शन व चतुर्थ
वर्ष के छात्रों द्वारा आत्मा समिति के समूह की महिलाओं को प्रायोगिक रूप से उत्पादों के निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।