मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने बताया कि खंडवा जिले में 13 से 19 वर्ष तक की 54 प्रतिशत किशोरियों में हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से कम है। इस स्तर में सुधार लाने के लिए कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह के मार्गदर्शन में विकास यात्रा के दौरान सभी ग्रामों में 13 से 19 वर्ष तक की शाला में अध्ययनरत् व शाला त्यागी किशोरियों की डिजिटल एच.बी. मीटर के माध्यम से हीमोग्लोबिन की जांच की जा रही है। साथ ही सामान्य से कम हीमोग्लोबिन मात्रा वाली किशोरियों का उपचार भी किया जा रहा है। चिकित्सा विज्ञान के अनुसार 12 ग्राम से उपर सामान्य, 11 से 11.9 ग्राम तक माईल्ड एनीमिया, 8 से 10.9 ग्राम तक मध्यम एनिमिया, रक्त का स्तर 8 ग्राम से कम होने पर गंभीर एनीमिया की श्रेणी में आता है। 
 सामान्य रक्त हीमोग्लोबिन स्तर कि किशोरियों को रोग निरोधी (प्रोफायलिटिक) आयरन फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम अंतर्गत सप्ताह में एक दिवस मंगलवार को नीली गोली दी जा रही है। साथ ही विद्यालयों में शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने सामने ही खुराक दे रहे हैं एवं अन्य माध्यम से एनीमिया की किशोरियों को एक दिन में दो आई.एफ.ए. गोली प्रतिदिन तीन माह तक दिया जाना है। दिन कि एक खुराक शिक्षक अपने समक्ष देंगे तथा शाम की एक खुराक घर पर स्वंय किशोरी द्वारा ली जायेगी। तीन माह पश्चात पुनः हीमोग्लोबिन स्तर कि जांच करेगें यदि हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य आता है तो पुनः प्रति सप्ताह 1 गोली अनुपूरण कार्यक्रम अंतर्गत दी जाएगी। गंभीर एनिमिया होने पर किशोरियों को नजदीकी स्वास्थ्य संस्था में रैफर करेंगे एवं चिकित्सक के सुझाव के अनुसार उपचार प्रदान किया जाएगा।