सिरोलिया के राजस्व शिविर में पहुंचे कलेक्टर
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ग्राम पंचायत सचिव शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और ग्रामीणजनों को योजनाओं से लाभांवित करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने आज राजस्व सेवा अभियान के तहत ग्राम सिरोलिया में लगे शिविर के दौरान दिये। कलेक्टर ने कहा कि सरपंच भी ग्रामीणों को शासन की योजनाओं से लाभांवित करने में आगे आएं। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी श्री नरेन्द्रनाथ पाण्डेय, नायब तहसीलदार श्री ब्रजेश मालवीय, स्थानीय सरपंच श्रीमती ताराबाई सहित स्थानीय पटवारी, आरआई एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री जैन ने ग्रामीणजनों को बताया कि राजस्व संबंधी छोटी-छोटी समस्याओं एवं शिकायतों के निराकरण के लिए राजस्व सेवा अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक गुरूवार चयनित ग्रामों में राजस्व शिविर लगाया जाता है। कलेक्टर ने ग्रामीणजनों से भी कहा कि उनका सामाजिक दायित्व है कि वे गायों का पालन-पोषण करें, वर्षा के पानी को रोकें, पेड-पौधे लगाएं और ऊर्जा की बचत करें। कलेक्टर ने पटवारी एवं ग्राम पंचायत सचिव से कहा कि विगत दो वर्षों में ग्राम में जितने भी लोगों की मृत्यु हुई हो और जिनके नाम जमीन थी, के नाम छांटकर निकालें तथा देखें कि इनके फौती नामांतरण हुए या नही। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्व रिकार्ड में देखें कि नाबालिग की आयु 18 वर्ष पूर्ण होने पर उसका नाम बालिग में चढ़ा है या नहीं। कलेक्टर ने नायब तहसीलदार को निर्देश दिये कि सारे पटवारियों के हल्कों में नाबालिग से बालिग करने का अभियान चलाएं। इस मौके पर कलेक्टर ने मुख्यमंत्री भू अधिकार आवास योजना की जानकारी देते हुए कहा कि जिन परिवारों में सदस्यों की संख्या ज्यादा है और रहने की जगह कम है, ऐसे परिवार पात्र होने पर उन्हें आवास के लिए 600 वर्गफिट भूमि दी जाती है। कलेक्टर ने इस संबंध में पटवारी से प्राप्त आवेदनों की जानकारी ली। पटवारी ने बताया कि ग्राम में मात्र 13 आवेदन प्राप्त हुए हैं। कलेक्टर ने ग्रामीणजनो से कहा कि जो भी पात्र व्यक्ति है वहं पटवारी को आवासकीय भूमि प्राप्त करने के लिए आवेदन दें। कलेक्टर ने सरपंच एवं सचिव से भी कहा कि वे शासन की योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दें। योजनाओं से लाभ देने में पारदर्शिता रखें।

इस मौके पर ग्राम के गोपाल जाट ने बताया कि उसकी प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना की 11वी किश्त की राशि किसी अन्य के खाते में जमा हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव ओंकारसिंह मालवीय प्रतिदिन ग्राम पंचायत में नहीं आते हैं। कलेक्टर ने सरपंच से कहा कि पंचायत सचिव की उतनी ही उपस्थिति जनपद पंचायत कार्यालय को भेजें, जितने दिन वे ग्राम पंचायत में उपस्थित हुए। कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पंचायत सचिव प्रतिदिन ग्राम पंचायत में उपस्थित रहें, अन्यथा उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। इसके उपरांत कलेक्टर ने नलजल योजना के कार्य के उपरांत सड़क की मरम्मत का कार्य भी देखा। ग्रामीणों ने बताया था कि मरम्मत का कार्य गुणवत्तापूर्वक नहीं हुआ है।