शासन की मंशा है कि प्रदेश के हर एक बेरोजगार को रोजगार मिले। इसके साथ ही प्रदेश की महिलाओं एवं बेटियों को भी स्व रोजगार प्राप्त हो सके, इसके लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। शासन द्वारा संचालित म.प्र.डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से महिलाएं जुड़ कर आर्थिक रूप से सक्षम हो रही है, और समाज में नाम कर रही है। साथ ही उनके जीवन में उल्लेखनीय बदलाव भी हो रही है। साथ ही क्षेत्र की महिलाओं को समूह से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही है और वे आज दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। मप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण गरीब महिलाओं को स्व सहायता समूहों के रूप में संगठित करके ना केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है, बल्कि उन्हें विभिन्न प्रकार के कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान जीविकोपार्जन के नये नये आयाम पर पहुंचने के लिये भी सशक्त किया जा रहा है।

इसी के तहत जिले की आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से जुड़ी 12 महिलाएं मप्र पर्यटन विभाग एवं होटल मैनेजमेंट संस्थान भोपाल में नए-नए व्यंजन बनाने की विधि सीख रही हैं। ये सभी महिलायें बड़ी प्रसन्न है और कहती है कि खाद्य सामग्री व पाक-कला के प्रशिक्षण हेतु जिस संस्थान में पढ़े लिखे होने के बाद भी फीस जमा करना होता है तब जिस संस्थान में पंजीयन होता है, एडमिशन मिलता है, वहां पर मात्र स्व सहायता समूह की सदस्य होने के कारण आज ये खाद्य सामग्री तैयार करने, सजाने व परोसने की कला सीख रही हैं। इस अवसर को पाकर सभी महिलायें मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सिंह चौहान एवं आजीविका मिशन का ह्रदय से आभार व्यक्त कर रही हैं।