महापौर श्रीमती अमृता यादव ने कहा कि कुष्ठ पीड़ितों को भी समाज में सम्मानजनक स्थान दें। ऐसे लोगों की अपनी बीमारी छिपाने की बजाय निःशुल्क एम.डी.टी. उपचार लेने के लिये प्रेरित करें और समाज को कुष्ठ मुक्त बनायें। गॉधीजी की पुण्यतिथि के मौके पर 30 जनवरी को कुष्ठ विभाग द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से शहर में कुष्ठ जागरूकता की विभिन्न गतिविधियॉं आयोजित की गई। 
 मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने जिला चिकित्सालय प्रांगण में कुष्ठ मुक्ति का संकल्प दिलाते हुए कुष्ठ जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। आर.एम.ओ. डॉ. अनिरूद्ध कौशल, डॉ. आर.के. रेवारी, डॉ. नितिन कपुर, डॉ. संजय इंगले उपस्थित रहे। सी.एम.एच.ओ. डॉ. हरणे ने बताया कि 30 जनवरी से 13 फरवरी तक जिले में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के अंतर्गत पखवाड़े में विभिन्न जागरूकता गतिविधियॉं चलाकर अधिकाधिक नये कुष्ठ रोगी खोजकर उन्हें एम.डी.टी. उपचार से जोडने का लक्ष्य है।
 नगर निगम परिसर स्थित गॉंधीजी की प्रतिमा पर मल्यार्पण और मौन श्रद्धांजली के साथ रैली का समापन हुआ। इस मौके पर महापौर श्रीमती अमृता यादव ने समस्त उपस्थितजनों को कुष्ठ मुक्ति की शपथ दिलाई। इस अवसर पर निगम अध्यक्ष श्री अनिल विश्वकर्मा, निमग आयुक्त श्री निलेश दुबे, पार्षदगण श्री सोमनाथ काले, श्री अनिल वर्मा, श्री फरीद खॉं सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन और जन प्रतिनिधि, नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
 जिला कुष्ठ इकाई द्वारा शहर में नगर निगम, घण्टाघर चौक एवं केवलराम चौराहा पर कैनोपी के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर कुष्ठ साहित्य का वितरण किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की श्रीमती लीला माण्डलेकर, एच.आर. शर्मा, भूपेश पालन, मुनव्वर खान, अशोक पंवार, देवेश माण्डले, खालीद हुसैन, दशरथ पटेल, राजपालसिंह चौहान, जे.एन. मीणा, जितेन्द्र प्रजापति सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।