खरगोन

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित से संबंधित संस्थाओं में खरगोन व बड़वानी की 182 सोसायटियों में दो लाख तक के 38 हजार से ज्यादा डिफॉल्टर किसानों का 100 करोड़ से ज्यादा का ब्याज माफ होगा। मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना (31 मार्च 2023 की स्थिति में) में रविवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। योजना में 15 दिन में सभी किसानों को घोषणा पत्र जमा करना होगा। इसमंे जनप्रतिनिधि नहीं होने के साथ ही 15 हजार पेंशन प्राप्त कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री किसान ब्याज माफी योजना:खरगोन व बड़वानी जिले के 38 हजार 890 किसानों का 103 करोड़ रुपए ब्याज होगा माफ

खरगोन12 घंटे पहले

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित से संबंधित संस्थाओं में खरगोन व बड़वानी की 182 सोसायटियों में दो लाख तक के 38 हजार से ज्यादा डिफॉल्टर किसानों का 100 करोड़ से ज्यादा का ब्याज माफ होगा। मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना (31 मार्च 2023 की स्थिति में) में रविवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। योजना में 15 दिन में सभी किसानों को घोषणा पत्र जमा करना होगा। इसमंे जनप्रतिनिधि नहीं होने के साथ ही 15 हजार पेंशन प्राप्त कर्मचारी नहीं होना चाहिए।


ऐसे लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। उधर, भारतीय किसान संघ ने योजना का विरोध किया है। जल्द ही आंदोलन व धरना करेंगे। जिले की सोसायटियों में किसानों ने घोषणा पत्र जमा किए हैं। खरगोन स्थित उमरखली रोड स्थित सोसायटी में अनिल कानूनगो व संजय गुप्ता ने किसानों के आवेदन जमा किए। सोसायटी में 196 किसानों को 61 लाख 22 हजार 725 रुपए का ब्याज माफ हुअा है। 55 किसानों ने रविवार को आ‌वेदन जमा किए हैं।

खरगोन जिले में 1302 व बड़वानी में 391 किसानों ने सोसायटियों में आवेदन जमा किए हैं। बैंक के एमडी राजेंद्र आचार्य ने बताया कि खरगोन जिले में 25 हजार 147 किसान डिफाल्टर है। इसमें 129 करोड़ रुपए बकाया है। इसमें 67 करोड़ रुपए ब्याज है। जबकि बड़वानी के 13 हजार 743 किसानों पर 45 करोड़ रुपए बकाया है। इन पर 36 करोड़ ब्याज है। दोनों जिलों के किसानों के ब्याज माफ होगा। वह नियमित हो जाएंगे। 1 तारीख से खाद सहित अन्य सुविधाएं ले पाएंगे। सभी किसानों को 15 दिन में घोषणा पत्र भरना अनिवार्य है।

जिलेभर में भाजपा के पूर्व विधायक व नेताओं ने किसानों के फार्म जमा किए। टेमला में पूर्व राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार, रायबिड़पुरा में परसराम चौहान सहित अन्य नेताओं ने किसानों के फार्म लिए।

कांग्रेस के विधायक रवि जोशी ने कहा कि भाजपा 20 साल से किसानों को सपने दिखा रही है। अब तक पूरे नहीं कर पाई है। ब्याज माफी नहीं कर्ज माफी होना चाहिए। भाजपा चाहती है किसान कर्ज में ही रहे। कांग्रेस ने जिले सहित प्रदेशभर के किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्जा माफ किया था। इसमें कृषि मंत्री कमल पटेल के परिवार का कर्जा माफ हुआ था। विधानसभा में भाजपा के मंत्री ने आंकड़े पेश किए थे।

किसानों को सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका, नगर परिषद, निगम मंडल के अध्यक्ष, कृषि उपज मंडी, सहकारी बैंक के अध्यक्ष, केंद्र व राज्य सरकार द्वारा गठित निगम मंडल, बोर्ड अध्यक्ष,उपाध्यक्ष वर्तमान या भूतपूर्व नहीं है का घोषणा पत्र देना होगा। साथ ही आयकारदाता न हो, केंद्र व राज्य सरकार के शासकीय, अर्द्धशासकीय अधिकारी कर्मचारी (चतुर्थ श्रेणी को छोड़कर) न हो, 15 हजार रुपए से अधिक पेंशन प्राप्तकर्ता नहीं हो।

खरगोन-बड़वानी जिले के 2 लाख 35 हजार 892 ऋणी किसान थे। इसमें सोसायटी व अन्य बैंकों के किसान शामिल थे। इसमें 50 हजार 1 लाख व 2 लाख तक का हजारों किसानों का ऋण माफी हुआ था। सरकार बदलने के बाद किसानों के कर्ज माफ नहीं हुआ था।

खरगोन | भारतीय किसान संघ ने योजना का विरोध शुरू कर दिया है। संभागीय अध्यक्ष श्याम सिंह पंवार का कहना है कि कर्जमाफी होना चाहिए। ब्याज माफी से क्या होगा। खरगोन में 20 व बड़वानी में 10 हजार किसान ऐसे हैं जिनका दो लाख से ज्यादा का ऋण बकाया है। ऐसे किसानों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई सालों से किसानों के हित की बात कर रहे थे। कांग्रेस की सरकार में कई किसानों के दो लाख रुपए तक का ऋण माफ हुआ है।

भीकनगांव क्षेत्र के कालधा में किसान धर्मेंद्र भटानिया व कड़वा नांदिया पर 2-2 लाख से ज्यादा का कर्ज है। इनका न कर्ज माफ होगा न ब्याज। कालधा सोसायटी में 175 किसानों को लाभ मिला है। 130 बड़े डिफाल्टर किसान छूटे हैं। हमने सीएम तक बात पहुंचाई है। यदि जल्द निर्णय नहीं बदला तो आगामी दिनों में आंदोल, धरना प्रदर्शन होगा।लालखेड़ा सोसायटी के मालखेड़ा के किसान कमल भूरे सिंह ढाई लाख का कर्जा है।